विवरण: एक युवा महिला को उसके भाग्य के क्रूर मोड़ में कैद कर लिया जाता है और गुलाम बना दिया जाता है, चमड़े के निरोधों से सजी उसकी छेदन। वह पिटाई करती है, संयमित होती है, और निलंबित कर दी जाती है क्योंकि उसका बंदी उसकी परपीड़क इच्छाओं की पड़ताल करता है, उसे दर्द और आनंद की सीमा तक धकेलता है।